पुष्पदंत के उद्धरण

हाथी बाँधा जा सकता है, सिंह रोका जा सकता है, युद्ध में शत्रु सेना जीती जा सकती है किंतु परपुरुष में आसक्त दुश्चरित्रा स्त्री का मन नहीं रोका जा सकता।
-
शेयर
- सुझाव
- प्रतिक्रिया

वेद, सांख्य, योग, पाशुपत मत, वैष्णव मत, इत्यादि परस्पर भिन्न मार्गों में 'यह बड़ा है, यह हितकारी है', इस प्रकार रुचि की विचित्रता से अनेक प्रकार के सीधे या टेढ़े पंथ को अपनाने वाले मनुष्यों के लिए हे परमात्म देव! आप ही एकमात्र प्राप्त करने योग्य स्थान हैं, जैसे नदियों के लिए समुद्र।
