किसी ने कहा, मैंने एक नाचता हुआ आदमी देखा
kisi ne kaha, mainne ek nachta hua adami dekha
गुन्नार एकेलोफ़
Gunnar Ekelof

किसी ने कहा, मैंने एक नाचता हुआ आदमी देखा
kisi ne kaha, mainne ek nachta hua adami dekha
Gunnar Ekelof
गुन्नार एकेलोफ़
और अधिकगुन्नार एकेलोफ़
किसी ने कहा :
'मैंने एक नाचता हुआ आदमी देखा
सतह के नीचे घुमड़ती महातरंग वाले एक हरित स्वप्न के पुलिन पर,
सूर्यास्त के समय अरुणाभा फूटती हुई उस नर्तक की काया से,
उसकी देह पर, हड्डियों और ईंटों के चूरे का,
ख़ूनी रंग का मसाला मिला, बारीक चूर्ण पुता हुआ।
क्या अर्थ हुआ भला, सूर्याध लोगों से घिरे,
उसके इस तरह नाचने का?'
इसका अर्थ है कि वह मरा हुआ था पहले से
या जल्दी ही मर गया होगा, बाद में।
और तुम—
तुमने चूँकि एक बार एक ऐसे विलक्षण आदमी को
नाचते हुए देख लिया है, आइंदा तुम ख़ुद भी कभी नहीं नाच पाओगे—
चाहे प्यार या उम्मीद से, चाहे विषाद-अवसाद से।
तुम बहुत पहले से मरे हुए हो,
तुम सारे लोग। और नीस्त-नाबूद हो चुके हो।
- पुस्तक : रोशनी की खिड़कियाँ (पृष्ठ 225)
- रचनाकार : गुन्नार एकेलोफ़
- प्रकाशन : मेधा बुक्स
- संस्करण : 2003
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