Font by Mehr Nastaliq Web
Apurwa Srivastava's Photo'

अपूर्वा श्रीवास्तव

2002 | बगोदर, झारखंड

नई पीढ़ी की कवयित्री।

नई पीढ़ी की कवयित्री।

अपूर्वा श्रीवास्तव के बेला

01 अगस्त 2024

आख़िर ऐसे तो न याद करें प्रेमचंद को

आख़िर ऐसे तो न याद करें प्रेमचंद को

गत 31 जुलाई 2024 को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में महान् साहित्यकार प्रेमचंद की जयंती के उपलक्ष्य में ‘प्रेमचंद का महत्त्व’ शीर्षक विचार-गोष्ठी का आयोजन विभागाध्यक्ष प्रो. वशिष्ठ द्विव

Recitation

जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

पास यहाँ से प्राप्त कीजिए