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बेला

साहित्य और संस्कृति की घड़ी

जन्मशती विशेष : युक्ति, तर्क और अयांत्रिक ऋत्विक

 

—किराया, साहब... —मेरे पास सिक्कों की खनक नहीं। एक काम करो, सीधे चल पड़ो 1/1 बिशप लेफ़्राॅय रोड की ओर। वहाँ एक लंबा साया दरवाज़ा खोलेगा। उससे कहना कि ऋत्विक घटक टैक्सी करके रास्तों से लौटा... जेबें ख

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04 नवम्बर 2025

आज का रचनाकार

रचनाकार का समय और समय का रचनाकार

नागार्जुन

आधुनिक हिंदी कविता के प्रमुख कवि और कथाकार। अपने जनवादी विचारों के लिए प्रसिद्ध। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

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आज की कविता

कविता अब भी संभावना है

तकली मेरे साथ रहेगी

राजनीति के बारे में अब एक शब्द भी नहीं कहूँगा

तकली मेरे साथ रहेगी, मैं तकली के साथ रहूँगा

नागार्जुन

ई-पुस्तकें

हिंदी का किताबघर

हिंदी के नए बालगीत

रमेश तैलंग 

1994

गीतों में विज्ञान

सोम्या 

1993

दोहा-कोश

राहुल सांकृत्यायन 

1957

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इशरत आफ़रीं 

2015

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