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बेला

साहित्य और संस्कृति की घड़ी

आज़ाद और खुले कैंपस में क़ैद लड़की

 

मेरा कैंपस (हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय) सुंदर है। यहाँ मन बहलाने और दिल लगाने को काफ़ी कुछ है—ऊँची-ऊँची इमारतें हैं, वूमन और मेंस हॉस्टल हैं, हर कोने में जीवन का कोई न कोई रंग बिखरा हुआ है। मेंस

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11 जुलाई 2025

आज का उद्धरण

कवि कह गया है

अधिकतर अज्ञानता के सुख-दुःख की आदत थी। ज्ञान के सुख-दुःख बहुतों को नहीं मालूम थे। जबकि ज्ञान असीम अटूट था। ज्ञान सुख की समझ देता था पर सुख नहीं देता था।

आज का रचनाकार

रचनाकार का समय और समय का रचनाकार

नेमिचंद्र जैन

अज्ञेय द्वारा संपादित ‘तार सप्तक’ के कवि। आलोचना और नाट्य-समीक्षा में भी सक्रिय रहे।

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