क्षमा पर केवल मनुष्य का अधिकार है, वह हमें पशु के पास नहीं मिलती।
प्रत्येक स्थान और समय बोलने योग्य नहीं रहते।
ऐश्वर्य का मदिरा-विलास किसे स्थिर रहने देता है!
कभी-कभी मौन रह जाना बुरी बात नहीं है।
मानव स्वभाव दुर्बलताओं का संकलन है।
पुरुषार्थ ही सौभाग्य को सींचता है।
व्यक्ति का मान नष्ट होने पर फिर नहीं मिलता।