साम्राज्यवाद सड़ाँध के कीटाणुओं को पीछे छोड़ देता है, जिन्हें हमें बिना आवेग के न केवल अपनी ज़मीन से बल्कि अपने दिमाग से भी पहचान कर निकाल देना और हटा देना चाहिए।
साम्राज्यवाद सड़ाँध के कीटाणुओं को पीछे छोड़ देता है, जिन्हें हमें बिना आवेग के न केवल अपनी ज़मीन से बल्कि अपने दिमाग से भी पहचान कर निकाल देना और हटा देना चाहिए।