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गाय पर चौकड़ियाँ

गाय भारतीय सांस्कृतिक

परंपरा में एक मूल्यवान और पवित्र पशु की हैसियत रखती है और लोक-जीवन का अभिन्न अंग रही है। उसे आम और सरल के प्रतीक रूप में भी देखा जाता है। गाय के नाम पर हत्याओं ने इसे कविता में एक राजनीतिक संदर्भ भी प्रदान किया है।

हम नईं जात चराबे गईयाँ

परमलाल कुशवाहा ‘परम’

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