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आकस्मिक पर बेला

19 मई 2025

ओ इरशाद, प्यारे इरशाद! अलविदा!

ओ इरशाद, प्यारे इरशाद! अलविदा!

ओ अज़ीज़ इरशाद खान सिकंदर! ओ बुजुर्गों की तमीज़ से भरे युवा इंसान और शाइर-कवि!  यह अचानक क्या!  तुम्हारी हमेशा-हमेशा की ख़ामोशी हमें बहुत सताएगी यार!  हमें फ़ख़्र है कि दिल्ली में दिल जीतने