गद्य
हिंदी की गद्य-परंपरा से विभिन्न विधाओं की रचनाओं का संग्रह
संजय कुंदन
नवें दशक में सामने आए हिंदी के महत्त्वपूर्ण कवि-कथाकार और पत्रकार। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।
संजीव
जनवादी-धारा के प्रमुख कथाकार। बाल-साहित्य के लिए भी उल्लेखनीय। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
सत्यजीत रे
सुदर्शन
प्रेमचंद-प्रसाद युग के कवि-कथाकार। ‘हार की जीत’ कहानी के लिए चर्चित।
सुभद्राकुमारी चौहान
सुप्रसिद्ध कवयित्री। 'झाँसी की रानी' कविता के लिए स्मरणीय।
सैम्युअल मथाई
शिक्षाविद, आलोचक, कला-समीक्षक, अनुवादक और रेडियो वार्ताकार।
सुमित्रानंदन पंत
छायावाद के आधार स्तंभों में से एक। 'प्रकृति के सुकुमार' कवि। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।
नई कविता दौर के कवि और व्यंग्यकार। रचनाओं में में आड़ी-तिरछी लकीरों, चिन्हों के वृहत प्रयोग के लिए चिह्नित।
सुरेंद्र चौधरी
सुप्रसिद्ध आलोचक। कहानी आलोचना में अपने योगदान के लिए उल्लेखनीय।
सरदार पूर्ण सिंह
आधुनिक पंजाबी-काव्य के प्रमुख कवि। द्विवेदी युग के श्रेष्ठ निबंधकार। 'मज़दूरी और प्रेम' निबंध के लिए उल्लेखनीय।
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
छायावादी दौर के चार स्तंभों में से एक। समादृत कवि-कथाकार। महाप्राण नाम से विख्यात।
सर्वेश्वरदयाल सक्सेना
आधुनिक हिंदी कविता के प्रमुख कवि और नाटककार। अपनी पत्रकारिता के लिए भी प्रसिद्ध। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
सेल्मा लेगरलोफ
स्वदेश दीपक
अत्यंत प्रतिष्ठित और प्रशंसित कथाकार व नाटककार। 'मैंने मांडू नहीं देखा' और 'कोर्टमार्शल' बहुचर्चित पुस्तकें। असमय अलक्षित।
स्वामी आनंद
स्वामी विवेकानन्द
सिग्रिड उंडसेट
सियारामशरण गुप्त
द्विवेदीयुगीन कवि। हिंदी की गांधीवादी राष्ट्रीय धारा के प्रतिनिधि कवि के रूप में समादृत।