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कोलकाता के रचनाकार

कुल: 30

समादृत बहुविद कवि-साहित्यकार-चित्रकार-दार्शनिक और समाज-सुधारक। राष्ट्रीय गान के रचयिता। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित।

हिंदी साहित्यकार, शिक्षविद तथा राजनेता।

आरंभिक दौर के चार प्रमुख गद्यकारों में से एक। खड़ी बोली गद्य की आरंभिक कृतियों में से एक ‘प्रेमसागर’ के लिए उल्लेखनीय।

समादृत कथाकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

द्विवेदीयुगीन प्रमुख उपन्यासकार, कथाकार और संपादक। पद्म भूषण से सम्मानित।

बांग्ला भाषा की विख्यात लेखिका। संगीत नाटक अकादमी से पुरस्कृत।

बांग्ला के समादृत कवि और समालोचक। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

बांग्ला के समादृत कवि। 'पदातिक कवि' के रूप में लोकप्रिय। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

समादृत भारतीय-बांग्ला कवि-लेखक और इतिहासकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

सुपरिचित कवि-लेखक और अनुवादक। संपादन और पत्रकारिता से संबद्ध।

भारतेंदुयुगीन रचनाकार। 'हिंदुस्तान', 'भारत प्रताप' और 'भारतमित्र' आदि पत्र-पत्रिकाओं के संपादक। 'शिवशंभू का चिट्ठा' व्यंग्य रचना कीर्ति का आधार।

नवें दशक में उभरे कवि-लेखक। वैचारिक प्रतिबद्धता के लिए उल्लेखनीय।

सुप्रसिद्ध कवि-अनुवादक और कलाविद्। पद्मश्री से सम्मानित।

सुपरिचित कवि-आलोचक।

सुपरिचित कवयित्री।

सातवें दशक में उभरे कवि। अनुवाद, कला-आलोचना और संपादन में भी सक्रिय।

नई पीढ़ी के कवि।

राजस्थानी भाषा के अत्यंत समादृत साहित्यकार। महाकवि के रूप में सम्मानित। हिंदी में भी अपने प्रचुर लेखन की वजह से सुपरिचित और उल्लेखनीय।

बांग्ला भाषा के सुप्रतिष्ठित कवि सह संपादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

बांग्ला के सुप्रसिद्ध उपन्यासकार और कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

नई पीढ़ी की कवयित्री।

बांग्ला के समादृत कवि-साहित्यकार और शिक्षाविद। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

सबुज कविता के अग्रणी कवि-निबंधकार। ओड़िया के साथ ही बांग्ला में भी लेखन।

असमिया और अँग्रेज़ी के कवि-लेखक और मानव संसाधन सलाहकार।

शिक्षाविद और राजनेता। बांग्ला भाषा के कवि-लेखक के रूप में भी योगदान।

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