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कवियों की सूची

सैकड़ों कवियों की चयनित कविताएँ

समादृत कथाकार, अनुवादक और संपादक। ‘काला जल’ उपन्यास के लिए चिर स्मरणीय।

आदि कवि। जन्म : 780 ई. के आस-पास। सरहपा के शिष्य। माया-मोह के विरोधी और सहज जीवन के साधक।

नई पीढ़ी के कवि-गद्यकार। प्रतिष्ठित प्रकाशन-स्थलों पर रचनाएँ प्रकाशित। ‘दोस्तोएवस्की का घोड़ा’ शीर्षक से एक पुस्तक प्रकाशित।

सुपरिचित कवि-लेखक।

सुप्रसिद्ध हास्य कवि।

सुपरिचित कवयित्री।

नेपाली भाषा के सुपरिचित कवि-लेखक। विभिन्न साहित्यिक आंदोलनों से संबद्धता।

संक्षिप्तता के लिए उल्लेखनीय कवि। वर्ष 1997 से चित्रकला में भी सार्थक हस्तक्षेप।

नई पीढ़ी के सुपरिचित-सम्मानित कवि-लेखक। अवधी कविता पर शोध। 'सावन सुआ उपास' शीर्षक से एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

नई पीढ़ी के कवि। कला और सिनेमा के संसार से संबद्ध।

हिन्दी के प्रसिद्ध कथाकार।

हिंदी के सुपरिचित कवि-कथाकार।

नई पीढ़ी की कवयित्री।

सुपरिचित कवयित्री। 'घर की तलाश में यात्रा' उल्लेखनीय कविता-संग्रह।

समकालीन ओड़िया कविता के एक सशक्त हस्ताक्षर। कहानी और उपन्यास विधा में भी योगदान।

अज्ञेय द्वारा संपादित ‘दूसरा सप्तक’ की कवयित्री। प्रसिद्ध कवि गिरिजा कुमार माथुर की जीवन-संगिनी।

नवगीत काव्यधारा के प्रमुख कवियों में से एक युयुत्सावादी कवि। क्रांतिकारी विचारों के लिए उल्लेखनीय।

समय : 13वीं सदी। जैन कवि। गणपतिचंद्र गुप्त के अनुसार हिंदी के प्रथम कवि। अनेक कृतियों से रास-काव्य-परंपरा को समृद्ध किया।

आधुनिककाल के नीति कवि। काव्य-भाषा ब्रजी। अल्पज्ञात कवि।

सुपरिचित लेखिका। सामाजिक कार्यकर्ता। स्त्रीवादी आलोचना में सशक्त हस्तक्षेप।

सुपरिचित कवयित्री। विभिन्न प्रकाशन-स्थलों पर रचनाएँ प्रकाशित। लखनऊ से साहित्यिक संस्था 'सुख़न चौखट' का संचालन।

नई पीढ़ी की सुपरिचित कवयित्री।

भक्ति की सरस फागों के लिए स्मरणीय।

रीतिकालीन अलक्षित कवि।

‘नया एक आख्यान’ शीर्षक कविता-संग्रह के कवि। लोक-संवेदना के लिए उल्लेखनीय।

भगवंतराय खीची के दरबारी कवि। शृंगार की अपेक्षा आश्रयदाता के वर्णन पर ही अधिक ज़ोर। 'रसकल्लोल' नामक रीतिग्रंथ चर्चित।

सुचर्चित गीतकार और संपादक।

समादृत कवि-गद्यकार और अनुवादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

‘तू ज़िंदा है तो ज़िंदगी की जीत में यक़ीन कर...’ के रचयिता और लोकप्रिय गीतकार। सिनेमा और प्रगतिशील आंदोलन से संबद्ध।

नई पीढ़ी से संबद्ध कवि-लेखक।

बांग्ला के समादृत कवि और समालोचक। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

सुपरिचित तेलुगु कवि और अनुवादक।

मराठी भाषा की सुपरिचित कवि-गीतकार और उपन्यासकार।

शांति मेहरोत्रा: पाँचवें-छठे दशक में सामने आईं कवयित्री-कथाकार। लघुकथा और व्यंग्य विधा में भी योगदान।

दलित-स्त्री-विमर्श की प्रतिनिधि कवयित्री-लेखिका।

‘तय तो यही हुआ था’ शीर्षक कविता-संग्रह के कवि। कम आयु में दिवंगत। मरणोपरांत भारत भूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।

समादृत लेखक और व्यंग्यकार।

सुपरिचित कवि।

समादृत कहानीकार। छह कहानी-संग्रह प्रकाशित।

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