Font by Mehr Nastaliq Web
noImage

मुनि नथमल

1920 - 2010 | झुंझुनू, राजस्थान

मुनि नथमल के उद्धरण

अनुरक्ति की आँख से गुण दिखता है। विरक्ति की आँख से दोष दिखता है। मध्यस्थता की आँख से गुण और दोष दोनों दिखते हैं।

अहिंसा कायरता के आवरण में पलने वाला क्लैब्य नहीं है। वह प्राण-विसर्जन की तैयारी में सतत जागरूक पौरुष है।

Recitation