युद्ध पर कथाएँ

युद्ध संघर्ष की चरम

स्थिति है जो एक शांतिहीन अवस्था का संकेत देती है। युद्ध और शांति का लोक, राज और समाज पर प्रत्यक्ष प्रभाव पड़ता है। प्रस्तुत चयन में युद्ध और शांति और विभिन्न प्रसंगों में उनके रूपकों के साथ अभिव्यक्त कविताओं का संकलन किया गया है।

बाल महाभारत : युधिष्ठिर की वेदना

चक्रवर्ती राजगोपालाचार्य

बाल महाभारत : पहला, दूसरा और तीसरा दिन

चक्रवर्ती राजगोपालाचार्य

बाल महाभारत : राजदूत संजय

चक्रवर्ती राजगोपालाचार्य

बाल महाभारत : अभिमन्यु

चक्रवर्ती राजगोपालाचार्य

बाल महाभारत : मंत्रणा

चक्रवर्ती राजगोपालाचार्य

बाल महाभारत : भीष्म शर-शय्या पर

चक्रवर्ती राजगोपालाचार्य

बाल महाभारत : अश्वत्थामा

चक्रवर्ती राजगोपालाचार्य

बाल महाभारत : सातवाँ, आठवाँ और नवाँ दिन

चक्रवर्ती राजगोपालाचार्य

बाल महाभारत : बारहवाँ दिन

चक्रवर्ती राजगोपालाचार्य

बाल महाभारत : प्रतिज्ञा-पूर्ति

चक्रवर्ती राजगोपालाचार्य

बाल महाभारत : चौथा, पाँचवाँ और छठा दिन

चक्रवर्ती राजगोपालाचार्य

बाल महाभारत : कर्ण

चक्रवर्ती राजगोपालाचार्य

बाल महाभारत : विराट का भ्रम

चक्रवर्ती राजगोपालाचार्य

बाल महाभारत : अज्ञातवास

चक्रवर्ती राजगोपालाचार्य

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