कवियों की सूची

सैकड़ों कवियों की चयनित कविताएँ

भारतेंदुकालीन अलक्षित कवि। रीतिकालीन संस्कारों का प्रभाव, कविता के कथ्य और शिल्प पर रीतिवाद का प्रभाव।

हिंदी कहानी के पितामह और उपन्यास-सम्राट के रूप में समादृत। हिंदी साहित्य में आदर्शोन्मुख-यथार्थवाद के प्रणेता।

महाकवि के रूप में समादृत मलयाली कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

मलयालम भूपाल मंगलम्, मणि मेखला, संस्कृत कोवलम्, कन्नकि आदि संस्कृत कृतियों के रचनाकार।

कन्नड़ के सुपरिचित कवि-लेखक। अपने संगीत नाटकों के लिए प्रसिद्ध। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

डोगरी के लोकप्रिय कवि-गीतकार। 'चिनाब देया पानियाँ' गीत के लिए प्रसिद्ध।

सबुज युग के ओड़िया कवि। गीतिकविता के लिए उल्लेखनीय।

सुपरिचित मराठी कवयित्री। कविता में स्त्री स्वर के लिए उल्लेखनीय।

समादृत डोगरी कवयित्री और उपन्यासकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

सुपरिचित कवयित्री और हिंदी-मराठी-हिंदी अनुवादक।

सुपरिचित लेखिका। दस से अधिक पुस्तकें प्रकाशित।

रीतिकाल के अंतिम प्रसिद्ध कवि। भाव-मूर्ति-विधायिनी कल्पना और लाक्षणिकता में बेजोड़। भावों की कल्पना और भाषा की अनेकरूपता में सिद्धहस्त कवि।

द्विवेदीयुगीन निबंधकार। ‘सरस्वती’ पत्रिका के संपादन और आलोचना में भी योगदान।

रीतिकालीन कवि। शृंगार काव्य के रचयिता। शब्द-चमत्कार पर विशेष बल।

शृंगार की सरस फागों के लिए समादृत कवि।

नई पीढ़ी की सुपरिचित कवयित्री।

सुपरिचित कवयित्री।

अठारहवीं सदी के संत कवि। पदों में हृदय की सचाई और भावों की निर्भीक अभिव्यक्ति। स्पष्ट, सरल, ओजपूर्ण और मुहावरेदार भाषा का प्रयोग।

प्रेमचंद युग के गद्यकार और पत्रकार। कहानी विधा में ‘उग्र शैली’ के लिए उल्लेखनीय।

भाषा और भाव के स्तर पर पुरानी परिपाटी पर रचना करने वाले अलक्षित कवि।

समादृत कथाकार। 'समयांतर' पत्रिका के संपादक।

चर्चित कवि-आलोचक और अनुवादक। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित। जन संस्कृति मंच से संबद्ध।

इस सदी में सामने आए हिंदी कवि-लेखक। दलित-संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय।

सुपरिचित कहानीकार। 'क्विज़ मास्टर' कहानी के लिए चर्चित।

नई पीढ़ी के कवि-लेखक।

आठवें दशक के प्रमुख कवि-लेखक और संपादक। पत्रकारिता और जन संस्कृति मंच से संबद्ध रहे।

नई पीढ़ी के कवि-गद्यकार।

इस सदी में सामने आईं हिंदी कथाकार। समय-समय पर काव्य-लेखन भी।

नई पीढ़ी के कवि। दलित-संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय।

फाग के लिए स्मरणीय कवि।

सुप्रसिद्ध राजस्थानी कवि-संपादक-अनुवादक। कविताओं में प्रतिरोधी स्वर के लिए उल्लेखनीय।

फाग के लिए ख्यात कवि।

सुपरिचित आलोचक। ‘आलोचना’ पत्रिका के संपादक भी रहे।

सुपरिचित कवि। एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

नई पीढ़ी के कवि-लेखक।

इस सदी में सामने आईं हिंदी कवयित्री और गद्यकार। कहन में संक्षिप्तता के लिए उल्लेखनीय।

नई पीढ़ी की सुपरिचित कवयित्री।

पंजाब के लोकप्रिय क्रांतिकारी-कवि। वाम आंदोलनों से संबद्धता। खालिस्तानी आतंकियों द्वारा हत्या।

जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

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