कवियों की सूची
सैकड़ों कवियों की चयनित कविताएँ
- कविता
- यात्रा वृत्तांत
- लघु कथा
- एकांकी
- साक्षात्कार
- दोहा
- संस्मरण
- गीत
- पत्र
- अनुवाद
- कहानी
- नवगीत
- कुंडलियाँ
- आत्मकथ्य
- नाटक
- ग़ज़ल
- डायरी
- आलोचनात्मक लेखन
- निबंध
- लेख
- पद
- सबद
- सवैया
- कवित्त
- चौपाई
- कड़वक
- सोरठा
- छप्पय
- अड़िल्ल
- फाग
- लोकगीत
- रोला छंद
- चर्यापद
- काव्य खंड
- रासो काव्य
- उद्धरण
- शे`र
- मुकरियाँ
- पहेलियाँ
- कहावत
- चौकड़ियाँ
- बिरहा
- व्यंग्य
- कला लेखन
- सिने लेखन
- रेखाचित्र
- व्याख्यान
- बरवै
- जीवनी
- लोककथा
- कथा
- रिपोर्ताज़
- जनसंचार
- सृजनात्मक लेखन
पंडित भैरवप्रसाद वाजपेयी 'विशाल'
भारतेंदुकालीन अलक्षित कवि। रीतिकालीन संस्कारों का प्रभाव, कविता के कथ्य और शिल्प पर रीतिवाद का प्रभाव।
हिंदी कहानी के पितामह और उपन्यास-सम्राट के रूप में समादृत। हिंदी साहित्य में आदर्शोन्मुख-यथार्थवाद के प्रणेता।
पी. कुण्हिरमन नायर
महाकवि के रूप में समादृत मलयाली कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
पी. नारायण नायर
मलयालम भूपाल मंगलम्, मणि मेखला, संस्कृत कोवलम्, कन्नकि आदि संस्कृत कृतियों के रचनाकार।
पी. साईनाथ
पु. ति. नरसिम्हाचार
कन्नड़ के सुपरिचित कवि-लेखक। अपने संगीत नाटकों के लिए प्रसिद्ध। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
पद्मदेव सिंह निर्दोष
डोगरी के लोकप्रिय कवि-गीतकार। 'चिनाब देया पानियाँ' गीत के लिए प्रसिद्ध।
पद्मसिंह शर्मा
पद्मा गोले
सुपरिचित मराठी कवयित्री। कविता में स्त्री स्वर के लिए उल्लेखनीय।
पद्मा सचदेव
समादृत डोगरी कवयित्री और उपन्यासकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी
द्विवेदीयुगीन निबंधकार। ‘सरस्वती’ पत्रिका के संपादन और आलोचना में भी योगदान।
सुपरिचित तेलुगु कवि और स्वतंत्रता-सेनानी। देशभक्तिपूर्ण रचनाओं के लिए उल्लेखनीय।
अठारहवीं सदी के संत कवि। पदों में हृदय की सचाई और भावों की निर्भीक अभिव्यक्ति। स्पष्ट, सरल, ओजपूर्ण और मुहावरेदार भाषा का प्रयोग।
पांडेय बेचन शर्मा 'उग्र'
प्रेमचंद युग के गद्यकार और पत्रकार। कहानी विधा में ‘उग्र शैली’ के लिए उल्लेखनीय।
भाषा और भाव के स्तर पर पुरानी परिपाटी पर रचना करने वाले अलक्षित कवि।
पंकज चतुर्वेदी
चर्चित कवि-आलोचक और अनुवादक। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित। जन संस्कृति मंच से संबद्ध।
पंकज चौधरी
इस सदी में सामने आए हिंदी कवि-लेखक। दलित-संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय।
पंकज सिंह
आठवें दशक के प्रमुख कवि-लेखक और संपादक। पत्रकारिता और जन संस्कृति मंच से संबद्ध रहे।
इस सदी में सामने आईं हिंदी कथाकार। समय-समय पर काव्य-लेखन भी।
पार फ़ेबियन लागेरक्विस्ट
पारस अरोड़ा
सुप्रसिद्ध राजस्थानी कवि-संपादक-अनुवादक। कविताओं में प्रतिरोधी स्वर के लिए उल्लेखनीय।
सुपरिचित आलोचक। ‘आलोचना’ पत्रिका के संपादक भी रहे।