सुमेर सिंह राठौड़ का परिचय
1994 में जैसलमेर में जन्मे नई पीढ़ी के कवि सुमेर सिंह राठौड़ गद्य-लेखन और फ़ोटोग्राफ़ी में भी सक्रिय रहे हैं। उन्होंने विधिवत ढंग से पत्रकारिता की पढ़ाई करने के बाद ग़ैर-विधिवत ढंग से पत्रकारिता की है। एक अनिवार्य युवा-आवेग और बेचैनियों और भटकनों के साथ उनके दिखाए-लिखे ने इधर देखने-पढ़ने वाले संसार को अचरज से भरा है। सुमेर फिलहाल दृश्यों और गद्य में ख़ुद को और अपने समीप को व्यक्त कर रहे हैं। वह हिंदी की गुरु-शिष्य परंपराओं, झोलाउठाऊ मानसिकताओं और कैसे भी एक रोज़गार पाकर ख़ुद को उसमें बर्बाद कर देने के अभ्यास से दूर हैं। जैसलमेर में रहते हैं और दिल्ली से आवाजाही का संबंध जोड़ रखा है।