सुधीर रंजन सिंह का परिचय
मूल नाम : सुधीर रंजन सिंह
जन्म : 28/10/1960 | भोपाल, मध्य प्रदेश
सुपरिचित कवि सुधीर रंजन सिंह का जन्म 28 अक्टूबर, 1960 को हुआ। पटना कॉलेज और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से शिक्षा पूरी कर वह प्राध्यापक के रूप में भोपाल में कार्यरत हैं।
‘और कुछ नहीं तो’, ‘मोक्षधरा’ और ‘शायद’ उनके तीन काव्य-संग्रह प्रकाशित हुए हैं। उन्होंने 'भर्तृहरि - कविता का पारस पत्थर’ शीर्षक काव्य-अनुरचना के रूप में भी योगदान किया है। कविताओं के अतिरिक्त उनका दखल आलोचना-कर्म में भी है और इस क्रम में ‘हिंदी समुदाय और राष्ट्रवाद’,’कविता के प्रस्थान’ और ‘कविता की समझ’ शीर्षक से तीन कृतियाँ प्रकाशित हैं। ‘भारिया: पातालकोट का जीवन-छंद’ उनका यात्रा-वृतांत है। उन्होंने ‘अद्यतन हिंदी आलोचना’ का संपादन किया है और आर.पी। नरोन्हा की पुस्तक ‘अ टेल टोल्ड बाई एन इडियट’ का हिंदी अनुवाद ‘एक अनाड़ी की कही कहानी’ शीर्षक से किया है।
अरुण कमल ने उनकी कविताओं को भविष्य की वाणी कहा है जो किसी एक यात्रा के पहले कई गुना अधिक भोगी भटकन की प्रतीति है।