Manglesh Dabral's Photo'

मंगलेश डबराल

1948 - 2020 | टिहरी गढ़वाल, उत्तराखंड

आठवें दशक के प्रमुख कवि-लेखक और संपादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

आठवें दशक के प्रमुख कवि-लेखक और संपादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

मंगलेश डबराल की संपूर्ण रचनाएँ

कविता 60

उद्धरण 25

हिंदी अगर एक छोटी-सी भाषा होती, लोग उसे प्रेम और मनुष्यता के साथ बरतते तो उसका लेखक इतना अकेला नहीं होता।

  • शेयर

अच्छे आदमी बनो—रोज़ मैं सोचता हूँ। क्या सोचकर अच्छा आदमी हुआ जा सकता है? अच्छा आदमी क्या होता है? कैसा होता है? किसकी तरह?

  • शेयर

जो नहीं हैं, मैं उनकी जगह लेना चाहता हूँ। मैं चाहता हूँ, वे मेरे मुँह से बोलें।

  • शेयर

पेशेवर आलोचकों की त्रासदी शायद यहाँ से शुरू होती है कि वे प्राय: कविता के संवेदनशील पाठक नहीं होते।

  • शेयर

हम इनसान हैं, मैं चाहता हूँ इस वाक्य की सचाई बची रहे।

  • शेयर

वीडियो 14

This video is playing from YouTube

वीडियो का सेक्शन
Studio_Videos
पहाड़ पर लालटेन : Manglesh Dabral | Hindi Poem | Hindwi

मंगलेश डबराल

पहाड़ पर लालटेन : Manglesh Dabral | Hindi Poem | Hindwi

व्योमेश शुक्ल

श्रद्धांजलि : Manglesh Dabral | Tribute | Hindi Poem | Hindwi |

अंजुम शर्मा

स्मरण : Manglesh Dabral | Devi Prasad Mishra | Hindwi

देवी प्रसाद मिश्र

"उत्तराखंड" से संबंधित अन्य कवि

 

Recitation

जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

पास यहाँ से प्राप्त कीजिए