1940 | वृंदावन, उत्तर प्रदेश
समादृत साहित्यकार। हिंदी कथा-साहित्य में 'बेघर', 'दुक्खम सुक्खम', 'कल्चर वल्चर' उपन्यास के लिए लोकप्रिय।
समादृत साहित्यकार। हिंदी कथा-साहित्य में 'बेघर', 'दुक्खम सुक्खम', 'कल्चर वल्चर' उपन्यास के लिए लोकप्रिय।
जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।
पास यहाँ से प्राप्त कीजिए