हमने कम समय में
बहुत बातें कीं
बहुत बातों में कम समय लिया
कम समय में
लंबी यात्राएँ कीं
लंबी यात्राओं में कम समय लिया
कम समय में
बहुत समय लिया
बहुत समय में कम समय लिया
इस तरह हम
कम में ज़्यादा
ज़्यादा में कम होते गए
हमने होना था
आटे में नमक
मगर हम नमक में आटा होते गए।
- रचनाकार : कमल जीत चौधरी
- प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित
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