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हृदय के सड़े हुए भाग का विवरण

hirdai ke saDe hue bhag ka wiwarn

अम्बर पांडेय

अम्बर पांडेय

हृदय के सड़े हुए भाग का विवरण

अम्बर पांडेय

और अधिकअम्बर पांडेय

    सेबफल पर लगे घाव की तरह बहुत जल्दी लाल होता है।

    सेबफल तो फल भी नहीं वनस्पति के डिंबाशय का पूर्णपक्व भाग।

    हृदय डिंबाशय का सबसे कच्चा, कठोर और संकुचित भाग है।

    पुरुषों में हृदय अदृश्य डिंबाशय का भाग है।

    किसी भी प्रकार के कीटाणु, विषमय रसायन, पारद से भरी वायु, प्रेम, आलोक के आने की जगह नहीं है जहाँ पर हृदय है।

    तब भी हृदय का भाव किसी रात्रि अख़बार पढ़ते या दिन की रसीदें देखते हुए सड़ने लगता है।

    निर्वात में इसकी कोशिकाएँ मटमैले तरल पदार्थ से भरकर फूल जाती हैं।

    देर तक देखने पर वह कोशिकाएँ कीटों की तरह दिखती है कीट होती नहीं है।

    हृदय के सड़े भाग को देखे कैसे?

    अंधकार के कारण चिकित्सकों के लिए देखना संभव नहीं है।

    पुरस्थग्रंथि को जिस प्रकार गुदा में हाथ डालकर जाँचा जाता है, उसी प्रकार हृदय के सड़े हुए भाग की जाँच के लिए चिकित्सक वक्षस्थल में चीरा लगाकर हाथ अंदर डालते हैं।

    वे अँगुलियों की सहायता से इसे चारों ओर से परखते हैं।

    सड़ा हुआ भाग अत्यधिक कोमल होता है और अँगुलियाँ बाहर निकालने पर इसकी सड़ी हुई कोशिकाएँ, थोड़ा रक्त और मटमैला जल अँगुलियों पर देखे जा सकते है।

    जाँचने की यह प्रक्रिया बहुत सरल, पंद्रह मिनटों में हो जाने वाली, कम ख़र्चीली और विश्वसनीय है। इसमें मरीज को अचेतन नहीं करना पड़ता।

    स्रोत :
    • रचनाकार : अम्बर पांडेय
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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