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हकले की धरोहर

hakle ki dharohar

अनुवाद : सोमदत्त

वास्को पोपा

वास्को पोपा

हकले की धरोहर

वास्को पोपा

और अधिकवास्को पोपा


     
    उसके शब्द रह गए उसके बाद भी
    संसार से भी ज़्यादा चमकदार
    कोई हिम्मत नहीं करता उनसे आँख मिलाने की
     
    वे इंतज़ार करते हैं समय के मोड़ पर
    लोगों से भी ज़्यादा बडे
    कोई है जो उन्हें उच्चार सके
     
    लेटे रहते हैं वे गूँगी धरती पर
    ज़िंदगी की हड्डियों से भी ज़्यादा वज़नदार
    मौत से बना नहीं
    ढोकर ले जाते उन्हें दहेज़ में
     
    कोई उठा नहीं पाता उन्हें
    कोई फेंक नहीं सकता उनको नीचे
     
    गिरते तारे छिपाते हैं अपने सिर
    उसके शब्दों की छाँह में।
     
    स्रोत :
    • पुस्तक : नन्ही डिबिया (पृष्ठ 91)
    • रचनाकार : वास्को पोपा
    • प्रकाशन : वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली
    • संस्करण : 1988
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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