Font by Mehr Nastaliq Web

आफत प बाटे आफत

aphat pa bate aphat

गहबर गोवर्द्धन

गहबर गोवर्द्धन

आफत प बाटे आफत

गहबर गोवर्द्धन

और अधिकगहबर गोवर्द्धन

    आफत बाटे आफत, आइल बहार कइसन

    भेंटल बा लोग के अब, परवरदिगार कइसन

    अदिमी बनल खेलौना, अदिमी भइल मदारी

    आदम के रंथ पर बा, आइल सवार कइसन

    बा मिल गइल जे कुर्सी, उनका सरग भेंटाइल

    मुँह पर झलक रहल बा, देखीं निखार कइसन

    एक ओर बाटे परबत, एक ओर बाटे खाई

    आइल बा नवसृजन के अब शिल्पकार कइसन

    बगिया में बाटे भटकल, यारे, अबोध चिरई

    रखवार मुस्कुराता, आइल शिकार कइसन

    स्रोत :
    • पुस्तक : समय के राग (पृष्ठ 36)
    • संपादक : जगन्नाथ, भगवती प्रसाद द्विवेदी
    • रचनाकार : गहबर गोवर्द्धन
    • प्रकाशन : भोजपुरी साहित्य प्रतिष्ठान, पटना
    • संस्करण : 2003

    Additional information available

    Click on the INTERESTING button to view additional information associated with this sher.

    OKAY

    About this sher

    Close

    rare Unpublished content

    This ghazal contains ashaar not published in the public domain. These are marked by a red line on the left.

    OKAY