माँ
बहुत वर्षों के बाद अबकी बार मैं भारत से इंगलैंड आया हूँ और इस बार मुझे माँ की जितनी याद आई है, उतनी पहले कभी नहीं आई थी।
आज इस बात को लगभग पच्चीस वर्ष बीत गए। फ़रवरी सन् 1904 में जाड़े के दिन थे। बर्फ़ पड़ रही थी। आकाश में भयंकर अंधकार था। सर्दी का