गुरु प्यारे का ले तू नाम सम्हार
guru pyare ka le tu nam samhar
संत शिवदयाल सिंह
Sant Shivdyaal Singh
गुरु प्यारे का ले तू नाम सम्हार
guru pyare ka le tu nam samhar
Sant Shivdyaal Singh
संत शिवदयाल सिंह
और अधिकसंत शिवदयाल सिंह
गुरु प्यारे का ले तू नाम सम्हार।
राधास्वामी धाम का बाँध निशाना।
राधास्वामी नाम सुमिर हर बार॥
यही नाम निज नाम पिछानो।
और नाम सब तज दो झाड़॥
इसी नाम का लेकर भेदा।
सुन-सुन धुन घट में चढ़ यार॥
प्रीत प्रतीत धार अब मन में।
राधास्वामी नाम का कर आधार॥
राधास्वामी दया संग ले अपने।
सहज चलो भौसागर पार॥
- पुस्तक : प्रेमप्रकाश (पृष्ठ 39)
- रचनाकार : संत शिवदयाल सिंह
- प्रकाशन : राधास्वामी सत्संग इलाहाबाद
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