कवियों की सूची
सैकड़ों कवियों की चयनित कविताएँ
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आचार्य रामचंद्र शुक्ल
समादृत आलोचक, निबंधकार, साहित्य-इतिहासकार, कोशकार और अनुवादक। हिंदी साहित्य के इतिहास और आलोचना को व्यवस्थित रूप प्रदान करने के लिए प्रतिष्ठित।
बालकृष्ण भट्ट
भारतेंदुयुगीन प्रमुख निबंधकार, गद्यकार और पत्रकार। गद्य-कविता के जनक और ‘प्रदीप’ पत्रिका के संपादक के रूप में समादृत।
बालमुकुंद गुप्त
भारतेंदुयुगीन रचनाकार। 'हिंदुस्तान', 'भारत प्रताप' और 'भारतमित्र' आदि पत्र-पत्रिकाओं के संपादक। 'शिवशंभू का चिट्ठा' व्यंग्य रचना कीर्ति का आधार।
भदंत आनंद कौसल्यायन
भगवतशरण उपाध्याय
भारतेंदु हरिश्चंद्र
भारतीय नवजागरण के अग्रदूत। समादृत कवि, निबंधकार, अनुवादक और नाटककार।
ब्रजनन्दन सहाय
चंद्रधर शर्मा गुलेरी
सशक्त गद्यकार और चिंतक। 'उसने कहा था' जैसी कालजयी कहानी के रचनाकार। 'समालोचक' पत्रिका के संपादक और नागरी प्रचारिणी सभा के संपादकों में से एक। पांडित्यपूर्ण हास और अर्थ वक्र शैली के लिए विख्यात।
चतुरसेन शास्त्री
समादृत उपन्यासकार और कथाकार। ऐतिहासिक प्रसंगों के प्रयोग के लिए उल्लेखनीय।
देवेंद्र सत्यार्थी
गणेश शंकर विद्यार्थी
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से संबद्ध प्रखर पत्रकार, लेखक और सुधारवादी नेता। ‘प्रताप’ पत्रिका का संपादन।
हजारीप्रसाद द्विवेदी
समादृत समालोचक, निबंधकार, उपन्यासकार और साहित्य-इतिहासकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
हरिशंकर परसाई
समादृत लेखक-व्यंग्यकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
इलाचंद्र जोशी
सुपरिचित उपन्यासकार, कहानीकार और निबंधकार। उपन्यासों में मनोवैज्ञानिक यथार्थवाद के प्रयोग लिए उल्लेखनीय।
जगदीश गुप्त
‘नई कविता’ धारा से संबद्ध कवि और समीक्षक। चित्रकार और पुरातत्त्वविद् के रूप में भी योगदान।
जगन्नाथ प्रसाद चतुर्वेदी
जैनेंद्र कुमार
प्रेमचंदोत्तर युग के समादृत कथाकार, उपन्यासकार और निबंधकार। गद्य में मनोविश्लेषणात्मक परंपरा के प्रवर्तक।
जवाहरलाल नेहरू
स्वतंत्रता आंदोलन के सर्वोच्च नेताओं में से एक। स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री। भारत के संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक स्वरूप के वास्तुकार। 'दी डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया' जैसी कृति के रचनाकार।
जयप्रकाश नारायण
केशवप्रसाद सिंह
द्विवेदीयुगीन निबंधकार और अनुरचनाकर। विदेशी व्यक्तित्वों के जीवनी-लेखक के रूप में भी योगदान।
कुबेरनाथ राय
आधुनिक युग के सुप्रसिद्ध ललित-निबंधकार। भारतीय सांस्कृतिक चिंतन में योगदान।
लल्लू लाल जी
आरंभिक दौर के चार प्रमुख गद्यकारों में से एक। खड़ी बोली गद्य की आरंभिक कृतियों में से एक ‘प्रेमसागर’ के लिए उल्लेखनीय।
महावीर प्रसाद द्विवेदी
युगप्रवर्तक साहित्यकार-पत्रकार। ‘सरस्वती’ पत्रिका के संपादक के रूप में हिंदी नवजागरण में महत्त्वपूर्ण योगदान।
मोहनदास करमचंद गांधी
संसार के सर्वाधिक प्रभावी व्यक्तित्वों में सर्वोच्च। भारत और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख राजनैतिक-आध्यात्मिक नेता और विचारक। महात्मा और राष्ट्रपिता के रूप में समादृत। अनेक पुस्तकों के लेखक।
नामवर सिंह
अत्यंत समादृत भारतीय लेखक। हिंदी आलोचना के शीर्षस्थ आलोचक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
पद्मसिंह शर्मा
पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी
द्विवेदीयुगीन निबंधकार। ‘सरस्वती’ पत्रिका के संपादन और आलोचना में भी योगदान।
प्रतापनारायण मिश्र
भारतेंदु युग के महत्त्वपूर्ण कवि, गद्यकार और संपादक। 'ब्राह्मण' पत्रिका से चर्चित।
प्रयाग शुक्ल
सातवें दशक में उभरे कवि। अनुवाद, कला-आलोचना और संपादन में भी सक्रिय।
रामवृक्ष बेनीपुरी
रामचंद्र तिवारी
हिन्दी गद्य और आलोचना के अधिकारी विद्वान्। संतुलित आलोचक। 'हिन्दी का गद्य साहित्य' नामक कृति के लिए ख्यात।
रामधारी सिंह दिनकर
समादृत कवि और निबंधकार। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।
सरदार पूर्ण सिंह
आधुनिक पंजाबी-काव्य के प्रमुख कवि। द्विवेदी युग के श्रेष्ठ निबंधकार। 'मज़दूरी और प्रेम' निबंध के लिए उल्लेखनीय।
सर्वेश्वरदयाल सक्सेना
आधुनिक हिंदी कविता के प्रमुख कवि और नाटककार। अपनी पत्रकारिता के लिए भी प्रसिद्ध। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
श्यामाचरण दुबे
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
छायावादी दौर के चार स्तंभों में से एक। समादृत कवि-कथाकार। महाप्राण नाम से विख्यात।
वासुदेवशरण अग्रवाल
भारत के इतिहास, संस्कृति, कला एवं साहित्य के अधिकारी विद्वान। साहित्य अकादमी से पुरस्कृत।
विश्वंभरनाथ शर्मा 'कौशिक'
प्रेमचंद परंपरा के प्रमुख कथाकार और व्यंग्यकार। समाज-केंद्रित साहित्य के लिए उल्लेखनीय।
वियोगी हरि
शुक्लयुगीन हिंदी गद्यकार और ब्रज भाषा के कवि। गांधीवाद के अनुसरण और दलित सेवा के लिए भी उल्लेखनीय।