“आज बाल नहीं धोने हैं।”
“क्यों?”
“आज एकादशी है।”
“पर बाबा तो अभी-अभी शैंपू करके निकले हैं।”
“तुमसे तो बात ही करना बेकार है। चार किताब पढ़ के आज के लैकन तेज हो जाई त ह थ...”
औरतों का ब
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