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मुसाफ़िर बैठा

1968 | सीतामढ़ी, बिहार

सुपरिचित कवि-लेखक। दलित संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय। दो कविता-संग्रह ‘बीमार मानस का गेह’ और ‘विभीषण का दुःख’ प्रकाशित।

सुपरिचित कवि-लेखक। दलित संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय। दो कविता-संग्रह ‘बीमार मानस का गेह’ और ‘विभीषण का दुःख’ प्रकाशित।

मुसाफ़िर बैठा की कविताएँ

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