1916 - 1998 | आगरा, उत्तर प्रदेश
समादृत साहित्यकार। बाल साहित्य में स्मरणीय योगदान। 'बच्चों के गांधी' के रूप में चर्चित।
समादृत साहित्यकार। बाल साहित्य में स्मरणीय योगदान। 'बच्चों के गांधी' के रूप में चर्चित।
जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली
टिकट ख़रीदिए