Font by Mehr Nastaliq Web

चरन कमल बंदौं जगदीस

charan kamal bandaun jagdis

परमानंद दास

परमानंद दास

चरन कमल बंदौं जगदीस

परमानंद दास

और अधिकपरमानंद दास

    चरन कमल बंदौं जगदीस के जे गोधन संग धाये।

    जे पद कमल धूरि लपटाने कर गहि गोपिन उर लाये॥

    जे पद कमल युधिष्ठिर पूजित राजसूय में चलि धाये।

    जे पद कमल पितामह भीषम भारत में देखन पाये॥

    जे पद कमल रमाउर भूषन वेद भागवत मुनि भाखे।

    जे पद कमल संभु चतुरानन हृदै कमल अंतर राखे।

    जे पद कमल लोकत्रय पावन बलि राजा के पीठ धरे।

    सो पद कमल ‘दास परमानंद' गावत प्रेम पीयूष भरे॥

    स्रोत :
    • पुस्तक : अष्टछाप के कवि : परमानंददास (पृष्ठ 37)
    • संपादक : हरगुलाल
    • रचनाकार : परमानंददास
    • प्रकाशन : प्रकाशन विभाग सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार
    • संस्करण : 2008
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

    Additional information available

    Click on the INTERESTING button to view additional information associated with this sher.

    OKAY

    About this sher

    Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit. Morbi volutpat porttitor tortor, varius dignissim.

    Close

    rare Unpublished content

    This ghazal contains ashaar not published in the public domain. These are marked by a red line on the left.

    OKAY

    जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली

    टिकट ख़रीदिए