Font by Mehr Nastaliq Web

दिल्ली के रचनाकार

कुल: 96

रीतिकालीन निर्गुण संत। वर्णन शैली रोचक और भाषा में अरबी-फ़ारसी का प्रयोग। बावरी संप्रदाय से संबद्ध।