झारखंड के रचनाकार
कुल: 30
अनीता वर्मा
नवें दशक की कवयित्री। भाषिक सादगी और विषय-चयन के लिए उल्लेखनीय।
ज्ञानेंद्रपति
आठवें दशक के प्रमुख कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
अनुज लुगुन
सुपरिचित कवि। आदिवासी संवेदना-सरोकारों के लिए उल्लेखनीय। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार और साहित्य अकादेमी के युवा पुरस्कार से सम्मानित।
नई पीढ़ी की कवयित्री। ‘प्राचीन भारत में मातृसत्ता और यौनिकता’ शीर्षक पुस्तक उल्लेखनीय।
पारुल पुखराज
इस सदी में सामने आईं हिंदी कवयित्री और गद्यकार। कहन में संक्षिप्तता के लिए उल्लेखनीय।
अच्युतानंद मिश्र
- जन्म : बोकारो
नई पीढ़ी के सुपरिचित कवि-आलोचक। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।
जसिंता केरकेट्टा
नई पीढ़ी की कवयित्री। आदिवासी-संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय।
प्रियदर्शन
- जन्म : राँची
- निवास : ग़ाज़ियाबाद
हिंदी के सुपरिचित कवि-कथाकार। पत्रकारिता से संबद्ध।
राजीव कुमार तिवारी
- जन्म : देवघर
सुपरिचित कवि। 'आधी रात की बारिश में जंगल' शीर्षक से एक कविता-संग्रह प्रकाशित।
वंदना टेटे
- जन्म : सिमडेगा
भारतीय आदिवासी लेखिका, कवि, प्रकाशक, एक्टिविस्ट और आदिवासी दर्शन'आदिवासियत' की प्रबल पैरोकार।