पंडित परम गुन पंडित बिबुध जिमि
panDit param gun panDit bibudh jimi
पंडित परम गुन पंडित बिबुध जिमि,
उच्चरत बिमल कबित्त गुनबेस के।
नृत्यत अनेक नृत्य कारक अनंत गति,
गावत सुघर सम किन्नर सुभेस के॥
सोमनाथ कहत मुबारकी चहूँधा चारु,
चायन सो चतुर नरेस देस-देस के।
आज़म खाँ ग़ाज़ी की बिलोक बकरीद आज,
फीके होत सुघर समाज अमरेस के॥
- पुस्तक : सोमनाथ ग्रंथावली, प्रथम खंड (पृष्ठ 831)
- संपादक : सुधाकर पांडेय
- रचनाकार : सोमनाथ
- प्रकाशन : नागरीप्रचारिणी सभा, वाराणसी
- संस्करण : 1972
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