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कविताएँ

हिंदी की काव्य-परंपरा से विभिन्न काव्य-विधाओं की रचनाओं का विशाल-संग्रह

1905 -1998

कन्नड़ के सुपरिचित कवि-लेखक। अपने संगीत नाटकों के लिए प्रसिद्ध। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1971

चर्चित कवि-आलोचक और अनुवादक। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित। जन संस्कृति मंच से संबद्ध।

1976

इस सदी में सामने आए हिंदी कवि-लेखक। दलित-संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय।

1994

नई पीढ़ी के कवि-लेखक।

1946

समादृत कथाकार। 'समयांतर' पत्रिका के संपादक।

1995

नई पीढ़ी के कवि-गद्यकार।

1948 -2015

आठवें दशक के प्रमुख कवि-लेखक और संपादक। पत्रकारिता और जन संस्कृति मंच से संबद्ध रहे।

1975

इस सदी में सामने आईं हिंदी कथाकार। समय-समय पर काव्य-लेखन भी।

1918

सुपरिचित तेलुगु कवि और स्वतंत्रता-सेनानी। देशभक्तिपूर्ण रचनाओं के लिए उल्लेखनीय।

1956

चर्चित गुजराती कवि।

1885 -1956

सबुज युग के ओड़िया कवि। गीतिकविता के लिए उल्लेखनीय।

सुपरिचित कवयित्री और हिंदी-मराठी-हिंदी अनुवादक।

1962

सुपरिचित लेखिका। दस से अधिक पुस्तकें प्रकाशित।

1940 -1994

डोगरी के लोकप्रिय कवि-गीतकार। 'चिनाब देया पानियाँ' गीत के लिए प्रसिद्ध।

1913 -1998

सुपरिचित मराठी कवयित्री। कविता में स्त्री स्वर के लिए उल्लेखनीय।

1940 -2021

समादृत डोगरी कवयित्री और उपन्यासकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1979

नई पीढ़ी की कवयित्री और गद्यकार।

1989

नई पीढ़ी की कवयित्री। आदिवासी संवेदना के लिए उल्लेखनीय। एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

1982

नई पीढ़ी की कवयित्री। 'एक फूल का शोकगीत' शीर्षक से एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

1991

नई पीढ़ी की लेखिका। दो कविता-संग्रह ‘शहर और शिकायतें’ (2017), ‘दो ध्रुवों के बीच’ (2023) और एक कहानी-संग्रह ‘ठहरे हुए से लोग’ (2022) प्रकाशित।

1976 -2016

अलक्षित कवि-आलोचक। बेहद कम उम्र में देहांत।

1950

वरिष्‍ठ कवि-पत्रकार। तीन दशक से अधिक समय तक पत्रकारिता। लोकमत समाचार के बाईस वर्षों तक फ़ीचर संपादक रहे। सैकड़ों कविताएँ और आलेख प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित।

1943

सुप्रसिद्ध डोगरी कवि-लेखक-समालोचक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1950

वरिष्ठ कवि कथाकार एवं संपादक।

2001

नई पीढ़ी के कवि।

1972

नई पीढ़ी की कवयित्री-कथाकार। लोक-संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय। 'इसे कविता की तरह न पढ़िए' शीर्षक से एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

1945

सुपरिचित कवि-नाटककार-कथाकार-आलोचक।

1856 -1894

भारतेंदु युग के महत्त्वपूर्ण कवि, गद्यकार और संपादक। 'ब्राह्मण' पत्रिका से चर्चित।

1975

सुपरिचित लेखिका। चार पुस्तकें प्रकाशित।

1995

नई पीढ़ी की कवयित्री।

सुपरिचित कवयित्री। 'जंगलों में पगडंडियाँ', 'पेड़ों पर हैं मछलियाँ', 'बारहखड़ी से बाहर' शीर्षक से तीन कविता-संग्रह प्रकाशित।

1945

ओड़िया की सुप्रसिद्ध कवयित्री, संपादिका और अनुवादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1901 -1985

बांग्ला में कविता, कहानी, उपन्यास, प्रहसन आदि विभिन्न विधाओं में विपुल लेखन के लिए उल्लेखनीय।

1988

नई पीढ़ी के कवि-लेखक।

1949 -2019

सुप्रसिद्ध हास्य कवि।

1978

इस सदी में सामने आए हिंदी कवि-लेखक। भारतीय ज्ञानपीठ के नवलेखन पुरस्कार से सम्मानित।

1992

नई पीढ़ी के कवि-लेखक।

1977

नई पीढ़ी के कवि।

1928 -2014

सुपरिचित समाजशास्त्री और कवि। ‘इत्यादि जन’ शीर्षक एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

पाँचवें दशक में सामने आए असमिया कवि। नव-स्वच्छंद कविताओं के लिए उल्लेखनीय।

1924 -2016

पंजाबी भाषा की सुप्रसिद्ध कवि-साहित्यकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1917 -1991

अज्ञेय द्वारा संपादित ‘तार सप्तक’ के कवि। कथा-लेखन में भी सक्रिय रहे।

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