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सूली

suli

अनुवाद : सत्यभामा राज़दान

मखनलाल बेकस

और अधिकमखनलाल बेकस

    बीत गई भयावनी सुनसान रात

    खिला अरुण ज्योंही तो भड़क उठा

    धीरे-धीरे तीखी हो रही है धूप

    लगता है आँखों के चारों ओर अँधेरा

    रक्तरंजित वह अजगर फुँकारता है उधर

    धूल स्थिर है रेत तप रही है

    फ़ौलाद-सी तपी है सड़क

    पड़ गए हैं छाले-ही-छाले पाँव में

    लंबी हो रही है डगर

    बन रही है यात्रा कठिन

    आसमान वाला यह ईश्वर बेख़बर है

    शेषनाग भी उसी पर साया करता है

    वह निद्रा में मगन

    कर रहा है साधना

    कर रहा है मंथर क्षीर सागर का कोई

    और पी रहे हैं अमृत देवता

    जिन्हें मिलता है पीने को विष

    कैसे बनें वे सिरफिरे

    था लिखा 'प्रमथ्य' मुक़द्दर में

    बँधा रहेगा 'काफ़' की चोटी से

    और भोगेगा दंड अपने सिरफिरेपन का

    वह वन्य ‘यागरपक्षिणी' नहीं थकी

    चोंच मारते और बोटी-बोटी नोचे,

    और ईश्वर

    यह दृश्य देख देखकर ठहाके मारता,

    फिर तीव्र हुई धूप

    ज्वाला भड़की

    यह कंकर मानो उगल रहा है ज़हर

    रुकी खड़ी है धूल और

    थम गया है समय

    ख़ूनी यह अजगर फुँकार रहा है

    साँस लेने की नहीं मुझे फ़ुर्सत

    पथ बन रहा है लंबा

    यात्रा बन रही है कठिन

    पहुँच पाऊँ शीघ्र मैं अपने मक़ाम पर

    बैठ गए हैं मेरे कंधे

    यह 'सलीब' ढोते-ढोते।

    स्रोत :
    • पुस्तक : उजला राजमार्ग (पृष्ठ 146)
    • संपादक : रतनलाल शांत
    • रचनाकार : मखनलाल बेकस
    • प्रकाशन : साहित्य अकादेमी
    • संस्करण : 2005
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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