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पुष्प की अभिलाषा

pushp ki abhilasha

माखनलाल चतुर्वेदी

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पुष्प की अभिलाषा

माखनलाल चतुर्वेदी

और अधिकमाखनलाल चतुर्वेदी

    नोट

    प्रस्तुत पाठ एनसीईआरटी की कक्षा छठी के पाठ्यक्रम में शामिल है।

    (केवल पढ़ने का लिए)

    चाह नहीं, मैं सुरबाला के गहनों में गूँथा जाऊँ।

    चाह नहीं, प्रेमी-माला में बिंध प्यारी को ललचाऊँ॥

    चाह नहीं, सम्राटों के शव पर, हे हरि, डाला जाऊँ।

    चाह नहीं, देवों के सिर पर चढूँ, भाग्य पर इठलाऊँ॥

    मुझे तोड़ लेना वनमाली!

    उस पथ में देना तुम फेंक॥

    मातृ-भूमि पर शीश चढ़ाने।

    जिस पथ जावें वीर अनेक॥

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    माखनलाल चतुर्वेदी

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    स्रोत :
    • पुस्तक : मल्हार (पृष्ठ 12)
    • रचनाकार : माखनलाल चतुर्वेदी
    • प्रकाशन : एनसीईआरटी
    • संस्करण : 2022
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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