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आँधी

andhi

इस्माइल मेरठी

नोट

प्रस्तुत पाठ एनसीईआरटी की कक्षा चौथी के पाठ्यक्रम में शामिल है।

रात हुई तारीकी छाई, मीठी नींद सभी को आई।

मुन्नू सोया अप्पा सोई, अब्बा सोए अम्मी सोई।

आधी रात हुई जब सोते, खर खर खर ख़र्राटे भरते।

चुपके-चुपके आँधी आई, गर्द गुबार उड़ाती लाई।

चली हवाएँ सुर्र सुर्र सुर्र सुर्र, काग़ज़ उड़ गए फुर्र फुर्र फुर्र फुर्र।

खड़ खड़ खड़ खड़ पत्ते खड़के, डरने वालों के दिल धड़के।

बजने लगे किवाड़े खट खट, घर वाले सब जागे झटपट।

खटपट सुनकर मुन्नू जागा, उठकर झटपट अंदर भागा।

आँधी ने फिर ज़ोर दिखाया, फूस का छप्पर दूर गिराया।

टीन उड़ाई पेड़ गिराए, खपरे भी छत के सरकाए।

शाखें टूटीं तड़ तड़ तड़ तड़, बादल गरजे गड़ गड़ गड़ गड़।

बिजली चमकी चम चम चम चम, बूँदें टपकीं कम कम थम थम

लेकिन वह बूँदें थीं कैसी, पट पट पट पट ओले जैसी।

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इस्माइल मेरठी

इस्माइल मेरठी

स्रोत :
  • पुस्तक : रिमझिम (पृष्ठ 128)
  • रचनाकार : इस्माइल मेरठी
  • प्रकाशन : एनसीईआरटी
  • संस्करण : 2022
हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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