आदमी जब मरता है
अदमी जब मारा जाता है
आदमी छोटा-मोटा आदमी हकलाता है
कोई-कोई सन्न रह जाता है
आदमी जब जाता है
आदमी जब आता है
भूल जाता है
वह जाता है
नई-नई जातककथा है
छोटी-मोटी भी तो व्यथा है
- पुस्तक : काल नदी (पृष्ठ 3)
- रचनाकार : शिवमंगल सिद्धांतकर
- प्रकाशन : राग विराग प्रकाशन
- संस्करण : 2003
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