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लिफ़्ट में मुलाक़ात

lift mein mulaqat

अनुवाद : सरिता शर्मा

व्लादिमीर होलन

अन्य

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व्लादिमीर होलन

लिफ़्ट में मुलाक़ात

व्लादिमीर होलन

और अधिकव्लादिमीर होलन

    हमने लिफ़्ट में क़दम रखा। हम दोनों थे। निपट अकेले

    और बस हमने एक दूसरे को देखा।

    दो जीवन, एक पल, परिपूर्णता, आनंद।

    वह पाँचवीं मंज़िल पर बाहर निकल गई और मैं ऊपर चला गया

    यह जानते हुए कि मैं उसे फिर कभी देख नहीं पाऊँगा,

    वह मुलाक़ात, सिर्फ़ एक बार थी फिर कभी नहीं

    अगर मैं उसका पीछा करता तो पटरियों पर एक मरे हुए आदमी सरीखा होता

    और अगर वह मेरे पास लौट आती

    तो वह सिर्फ़ दूसरी दुनिया से संभव होता।

    स्रोत :
    • पुस्तक : विश्व की श्रेष्ठ कविताएँ (पृष्ठ 66)
    • रचनाकार : व्लादिमीर होलन
    • प्रकाशन : इंडिया टेलिंग
    • संस्करण : 2020

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