Font by Mehr Nastaliq Web

आप अगर जाएँ आगरा

aap agar jayn agra

प्रीति चौधरी

प्रीति चौधरी

आप अगर जाएँ आगरा

प्रीति चौधरी

और अधिकप्रीति चौधरी

    आप अगर जाएँ आगरा तो

    मत मिलिएगा ज़मीर ख़ान से

    ज़मीर ख़ान उसी ख़ानदान से हैं

    जिसने दफ़नाया था मुमताज़ को

    ज़मीर ख़ान ऐसे गाइड हैं

    जिन पर इतिहास तोड़ने-मोड़ने के आरोप में

    जारी हो सकता है फ़तवा

    साहब आप घूमने जाते हैं आगरा

    अतुल्य भारत की शान है आगरा

    आगरा का मतलब विदेशी मुद्रा

    आगरा का मतलब मुहब्बत है

    और वहाँ कोई ज़मीर ख़ान बताने लगे कि

    मुमताज़ और शाहजहाँ के असली मक़बरे

    दबे हैं दो तल नीचे

    जिस तल का ताला नहीं खुलता कभी

    मुमताज़ को दफ़नाते ही उभरी थी

    वहाँ ऐसी बदबू कि

    ताज क्या पूरी मुग़ल सल्तनत का घुट जाता दम

    ज़मीर ख़ान का कहना है

    ये बदबू शाहजहाँ की बहनों और

    मुग़ल शहज़ादियों की आहों से मिलकर बनी थी

    जिसे मिटा सका ईरान का इत्र भी

    ये शहज़ादियाँ आगरा क़िले के झरोखे से

    मुहब्बत की निशानी ताज को ताकती हैं ईर्ष्या से

    कनीज़ों के साथ खेलतीं

    चौपड़, चौसर, छुपा-छुपाई

    महल की दीवार के आलों और ताखों में

    भरे रहते हीरे, जवाहरात, मोती, बेशक़ीमती रत्न

    जिन्हें वार देतीं कनीज़ों पर

    शहज़ादियाँ जब ख़ुश होतीं

    शहज़ादियाँ खातीं सोने के बर्तन में

    चाँदी के गिलास में पीतीं पानी

    शहज़ादियाँ लगवातीं उबटन गुलाब की पँखुरियों का

    शहज़ादियों के केश गमकते चंदन के लेप से

    शहज़ादियाँ कर सकती थीं सब कुछ

    सिवाय मुहब्बत के

    शहज़ादियाँ

    ग़ुलामों को अता कर सकती थीं जागीरें

    नाराज़ होने पर

    हाथी के पाँव तले उन्हें कुचलवा सकती थीं पर

    शहज़ादियाँ नहीं खा सकती थीं बाहर की हवा

    वे करती थीं रश्क उस नन्ही चिड़िया से

    जो क़िले के परकोटे से फुर्र उड़

    तैरने लगती ऊँचे आकाश में

    पता नहीं क्यों

    मुझे लगता है

    मुग़ल काल में रियाया का हाल चाहे जो हो

    मुग़लों की बेटियाँ बेहद उदास थीं

    उनके आँसुओं की शिनाख़्त

    आगरा क़िले में

    आप भी कर सकते हैं।

    स्रोत :
    • रचनाकार : प्रीति चौधरी
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

    संबंधित विषय

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

    Additional information available

    Click on the INTERESTING button to view additional information associated with this sher.

    OKAY

    About this sher

    Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit. Morbi volutpat porttitor tortor, varius dignissim.

    Close

    rare Unpublished content

    This ghazal contains ashaar not published in the public domain. These are marked by a red line on the left.

    OKAY

    जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली

    टिकट ख़रीदिए