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हम भारत के लोग

hum bharat ke log

फ़रीद ख़ाँ

फ़रीद ख़ाँ

हम भारत के लोग

फ़रीद ख़ाँ

और अधिकफ़रीद ख़ाँ

    मैं चूँकि नागरिक हूँ अपने देश का।

    मैं देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन हूँ।

    मेरा फ़र्ज़ बनता है कि अपने मातहत काम करने वाले

    राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सर्वोच्च न्यायाधीश की आलोचना करूँ।

    अपने कर्मचारियों की आलोचना से उनकी कार्य-कुशलता बनी रहती है।

    इसीलिए मैं अपने साथी नागरिकों से भी अपील करता हूँ

    कि वे जितना अपने घर में काम करने वाले कर्मचारियों की आलोचना करते हैं,

    ताकि रोटियाँ अच्छी पक सकें और घर में साफ़ सफ़ाई बरक़रार रहे,

    उतनी ही आलोचना राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री

    या सर्वोच्च न्यायाधीश की किया करें।

    हम भारत के लोग यह वचन लें।

    स्रोत :
    • रचनाकार : फ़रीद ख़ाँ
    • प्रकाशन : समालोचन
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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