आपको एक दिन खा जाएगा भेड़िया
aapko ek din kha jayega bheDiya
जब मैंने देखा कि आपको ताला लगाना नहीं आ रहा
आप मुझे सचमुच प्यारे लगे
जब मैंने देखा कि आप स्टोव नहीं जला पा रहे हैं
आप पर ग़ुस्सा आया पर आप मुझे प्यारे लगे
जब मैंने देखा आपको मनीऑडर करना नहीं आ रहा
मैं मन ही मन कुढ़ा पर आप मुझे प्यारे लगे
जब मैंने देखा आपको कपड़े पसारना तक नहीं आता
आपसे मैं चिढ़ा पर आप मुझे केवल प्यारे लगे
जब मैंने देखा कि आपसे नहीं हो सकती ख़रीदारी
मैं तंग आ गया आप मुझे प्यारे लगे
आप मुझे प्यारे लगे और भी प्यारे लगे
जब मैंने देखा झल्लाने पर
आप देख रहे हैं सिर्फ़ टुकर-टुकर हमारा मुँह
आप मुझे प्यारे लगे
और मन किया कि मैं आपको चूमूँ
एक बार नहीं
हज़ार बार चुमूँ
पर यह सोच
आ गए आँखों में आँसू
आपको एक दिन खा जाएगा भेड़िया
- पुस्तक : सपने में एक औरत से बातचीत (पृष्ठ 27)
- रचनाकार : विमल कुमार
- प्रकाशन : आधार प्रकाशन
- संस्करण : 1992
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