‘द फ़ॉल्ट इन आर स्टार्स’ : प्रेम के रास्ते मृत्यु की तैयारी
यशवंत कुमार
07 मार्च 2025

साल 2014 में रिलीज़ हुई अँग्रेज़ी भाषा की एक अद्भुत फ़िल्म है—‘The Fault In Our Stars’. साल 2020 में आई ‘दिल बेचारा’ इसी फ़िल्म का हिंदी रीमेक थी, लेकिन इसे देखते हुए यही दुख और मलाल रहा कि यह मूल फ़िल्म की गुणवत्ता से कोसों दूर थी।
“बरसात हो रही होगी तो जीवन जीने की आदत में बरसात हो रही होगी”
निर्मल वर्मा की चर्चित कहानी ‘परिंदे’ की शुरुआत कीवी लेखिका कैथरीन मेन्सफ़ील्ड के एक उद्धरण से होती है : Can we do nothing for the death? and for a long time the answer had been nothing.
जॉन ग्रीन के उपन्यास ‘The Fault In Our Stars’ पर आधारित, जोस बून द्वारा निर्देशित यह फ़िल्म मुझे कैथरीन के उपर्युक्त वाक्य का विस्तारक प्रतीत होती है और इस प्रश्न का उत्तर भी कि क्या सच में हम मृत्यु के सम्मुख इतने विवश हैं?
यह फ़िल्म कैंसर से जूझ रहे दो किशोरों की प्रेम कहानी है। उनका प्रगाढ़ प्रेम उनके आगामी मृत्यु के भय को कैसे बौना साबित कर देता है, यह फ़िल्म बख़ूबी बखानती है।
17 साल की हेज़ल ग्रेस और 18 साल का ऑगस्टस वाटर्स, जो गंभीर बीमारी से संघर्ष कर रहे मरीजों के लिए चलाए जाने वाले एक ‘सपोर्ट ग्रुप’ में एक-दूसरे से मिलते हैं। ऑगस्टस वाटर्स एक महत्त्वाकांक्षी टीनएजर है, वह जीवन में कुछ महान् करना चाहता है, कुछ ऐसा जिससे मृत्यु के बाद पूरी दुनिया उसे याद करे। उसके घर का कमरा प्रेरक सूक्तियों से भरा होता है : If you want the rainbow, you have to deal with the rain.
यह बुरी चीज़ नहीं है। यह महत्त्वाकांक्षा जायसी में भी थी :
औ मैं जानि कवित अस कीन्हा।
मकु यह रहै जगत महं चीन्हा।।
“उस कविता में महकते हुए धनिए का ज़िक्र होना था”
हेज़ल ग्रेस इस महत्त्वाकांक्षा के दूसरे छोर पर खड़ी थी। उसे इस बात से फ़र्क़ नहीं पड़ता कि मृत्यु के बाद उसे लोग याद करते हैं या नहीं। वह ख़ुद में ख़ुश रहना चाहती है, अपने आस-पास के लोगों को ख़ुश देखना चाहती है। उसकी अनंतता की परिधि बहुत छोटी है : Some infinities are simply bigger than other infinities but Gus (Augustus)...my love, I can't tell you how thankful I am for our little infinity.
अभिवृति के स्तर पर दो पृथक-पृथक छोर पर खड़े होने के बावजूद समर्पण, ईमानदारी, नैतिकता और प्रेम की पवित्रता हेज़ल और ऑगस्टस के जुड़ाव को कभी कमतर नहीं होने देती। हेज़ल और ऑगस्टस का प्यार इस बात को भी धता साबित कर देता है कि प्रेम केवल एक ही तरह के लोगों में पनप सकता है।
हेज़ल और ऑगस्टस के समानांतर मॉनिका और आइजेक की प्रेम कहानी को भी दिखाया गया है, जो हमेशा एक-दूसरे से ‘ऑलवेज’ बोलते रहते हैं। यह उनकी लव-लैंग्वेज थी, जिसका सांकेतिक अर्थ यही था कि वे दोनों ‘हमेशा’ साथ रहेंगे, लेकिन उनका प्रेम बहुत जल्दी बिखर जाता है; क्योंकि उसमें गहराई नहीं थी। दैहिक आकर्षण और दिखावटीपन के आधिक्य में प्रेम की साँस फूल जाती है।
“एक रंग और एक रंग मिलकर एक ही रंग होता है”
फ़िल्म में हेज़ल ग्रेस को पीटर वॉन ह्यूटेन की किताब An Imperial Affliction को पढ़ते हुए बार-बार दिखाया गया है। वह इस किताब की चहेती है और बाद की कहानी जानने के लिए उत्सुक भी। हालाँकि अस्ल में इस नाम से न तो कोई लेखक है, न ही इस नाम की कोई किताब। यह किताब और यह लेखक जॉन ग्रीन की कल्पना के दो चक्षु हैं। रोचक बात यह कि फ़िल्म चर्चित होने के बाद इस नाम की एक किताब छापी भी गई, जिसके बीच के सारे पन्ने ब्लैंक हैं, जो ऑनलाइन उपलब्ध भी है।
An Imperial Affliction में स्वयं लेखक ने अपनी बेटी एना वॉन ह्यूटेन की कहानी लिखी है, जिसका निधन आठ साल की उम्र में ल्यूकेमिया से हो जाता है। इस घटना से पीटर वॉन ह्यूटेन इतना प्रभावित होता है कि एल्कोहॉलिक हो जाता है और डिप्रेशन में चला जाता है। इस किताब में एक वाक्य आता है, जो हेज़ल के जीवन में सूक्ति की तरह काम करता है : Pain demands to be felt.
अभिनेता इरफ़ान अपनी मृत्यु के पहले लिखे अपने आख़िरी ख़त में इसी से मिलती-जुलती एक बात लिखते हैं : Pain is bigger than the God.
हेज़ल इस किताब से इसलिए भी इतना प्रभावित थी कि यह रोग जनित मृत्यु और संघर्ष के बारे में थी। हेज़ल के जीवन की यह सबसे बड़ी इच्छा थी कि वह पीटर वॉन ह्यूटेन से मिले और किताब के आगे की कहानी पर बात करे।
ऑगस्टस, हेज़ल की इच्छा को पूरा करने की पुरज़ोर कोशिश करता है, लेकिन अंत में जब हेज़ल और ऑगस्टस, पीटर से मिलने अमेरिका से एम्सटर्डम जाते हैं तो एल्कोहॉलिक और डिप्रेस्ड होने के कारण पीटर इनके साथ ठीक से पेश नहीं आता और किताब की अग्रकथा पर कोई भी बात करने से मना कर देता है। लेकिन पीटर का यह दुर्व्यवहार हेज़ल और ऑगस्टस की इस ट्रिप हो ख़राब करने में सफल नहीं होता। वे दोनों ‘The diary of a young girl’ की मशहूर लेखिका ऐनी फ़्रैंक के घर—जिसे अब संग्रहालय में तब्दील कर दिया गया है—जाते हैं और सुखद महसूस करते हैं। वहाँ उन्हें स्पीकर में ऐनी फ़्रैंक का एक मशहूर उद्धरण सुनाई देता है : At such moment I can't think about the misery but about the beauty that still remains.
इसी सबके बीच हेज़ल, ऑगस्तस के प्रेम को स्वीकार करती है और कहती है : I fell in love the way you fall asleep: slowly, and then all at once.
“कोई नहीं जानता कितने दिन और बचे हैं?”
एम्सटर्डम से आने के बाद ऑगस्तस की तबियत बिगड़नी शुरू होती है और अंततः उसे पता चल जाता है कि उसके पास अब थोड़े ही दिन शेष हैं। उसे यह बात कचोट रही थी कि वह कुछ महान् किए बिना जा रहा है, जैसा कि वह हमेशा से करना चाह रहा था। दुनियाभर के लोगों की स्मृतियों में बस जाने की वासना उसे साल रही थी। उसे यह भय था कि उसकी मृत्यु के बाद लोग उसे भूल जाएँगे। हेज़ल इस बात का प्रतिउत्तर बहुत सुंदर तरीक़े से देती है : I am mad because I think you are special and is that not enough?... because I love you and I am gonna remember you.
वह (ऑगस्तस) अपनी अंत्येष्टि में शामिल होना चाहता था। मृत्यु के पहले ही अंत्येष्टि भाषण तैयार करने की ज़िम्मेदारी वह हेज़ल को देता है। अपनी मृत्यु के आठ दिन पहले ऑगस्तस, हेज़ल और उसका दोस्त आइजेक एक चर्च में जाते हैं और अंत्येष्टि का आयोजन होता है। हेज़ल और आइजेक का भावुक अंत्येष्टि भाषण और रूदन। हेज़ल कहती है : You gave me a forever within the numbered days.
और आठ दिन बाद ऑगस्तस कहीं और चला जाता है, संभवतः इससे सुंदर दुनिया में ही।
“माँ अब नहीं हैं पर उनकी जगह बची हुई है”
अगस्तस के अंत्येष्टि भाषण में हेज़ल बहुत सुंदर बात कहती है। अस्पताल के इमर्जेंसी वार्ड में अक्सर मरीज़ों से उनके दर्द को रेट करने के लिए कहा जाता है। हेज़ल अपनी बीमारी की वजह से सैकड़ों बार अपने दर्द को रेट कर चुकी थी। एक बार जब वह अत्यधिक पीड़ा से गुज़र रही थी, नर्स ने उससे दर्द को रेट करने के लिए कहा, हेज़ल ने अपने दोनों हाथ की नौ उंगलियाँ खड़ी कर दीं। थोड़ी देर बाद नर्स वापस आई और उसने कहा तुम बहुत बहादुर लड़की हो, क्योंकि तुमने दस को नौ कहा। लेकिन हेज़ल कहती है कि यह सच नहीं था, मैंने दस को नौ इसलिए नहीं कहा था कि मैं बहादुर थी, बल्कि इसलिए कि : I was saving my ten.
‘सेविंग माय टेन’ जिजीविषा का समानार्थी है। जिजीविषा जो इस फ़िल्म का मूल है। जिजीविषा जिसकी ज़रूरत हम सबको है।
मृत्युशैया पर हेज़ल ऑगस्तस को अमेरिकी कवि William Carlos Williams की कविता ‘The Red Wheelbarrow’ सुनाती है, ऑगस्टस छककर इस कविता को सुनता है और हँसते हुए किसी दूसरे लोक में चला जाता है...
so much depends
upon
a red wheel
barrow
glazed with rain
water
beside the white
chickens.
और लंबे समय तक ‘सो मच डिपेंड्स अपान’ की ध्वनि गूँजती रह जाती है।
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