भारतीय भाषाओं से हिंदी में अनूदित रचनाकारों की सूची
भारत की बहुभाषी साहित्यिक परंपरा में हिंदी अनुवाद एक ऐसा सेतु है, जो अलग-अलग भाषाओं के रचनाकारों के विचारों और संवेदनाओं को हिंदी में संप्रेषित करता है। ये अनूदित रचनाएँ न केवल साहित्यिक विविधता को उजागर करती हैं, बल्कि भारतीय समाज की सांस्कृतिक और भावनात्मक एकता को भी प्रकट करती हैं। अनुरचना के रूप में प्रस्तुत यह थाती वृहत हिंदी संसार को समृद्ध करती है।
डोगरी के महत्त्वपूर्ण कवियों की श्रेष्ठ और लोकप्रिय कविताओं से एक चयन।
अश्विनी मगोत्रा
सातवें दशक के सुपरिचित डोगरी कवि-ग़ज़लकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
डोगरी के सुपरिचित उपन्यासकार और कवि। 'नंगा रुक्ख' उपन्यास के लिए साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
ओम गोस्वामी
डोगरी के सुप्रसिद्ध कवि-कथाकार-समालोचक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
सुपरिचित डोगरी कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
कुँवर वियोगी
सुपरिचित डोगरी कवि। 'घर' शीर्षक लंबी कविता के लिए उल्लेखनीय। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
केहरि सिंह मधुकर
डोगरी कविता की प्रगतिशील धारा के स्तंभ कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
चंपा शर्मा
सुप्रसिद्ध डोगरी कवयित्री-लेखिका-समालोचक और अनुवादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
ज्ञानेश्वर
सुपरिचित डोगरी कवि। बाल-साहित्य में भी योगदान। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
जितेन्द्र उधमपुरी
डोगरी के सुप्रसिद्ध कवि-साहित्यकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
तारा स्मैलपुरी
सुपरिचित डोगरी कवि। डोगरी कहावत कोश और डोगरी मुहावरा कोश के संपादन में योगदान। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
दर्शन दर्शी
डोगरी और अँग्रेज़ी के सुपरिचित कवि-लेखक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
दीनू भाई पंत
डोगरी भाषा के समादृत कवि-नाटककार। 'अयोधिया' नाट्य-कृति के लिए साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
नरसिंह देव जम्वाल
डोगरी के सुपरिचित कवि-लेखक। चित्रकार और शिल्पी के रूप में भी योगदान। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
पद्मदेव सिंह निर्दोष
डोगरी के लोकप्रिय कवि-गीतकार। 'चिनाब देया पानियाँ' गीत के लिए प्रसिद्ध।
पद्मा सचदेव
समादृत डोगरी कवयित्री और उपन्यासकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
प्रकाश प्रेमी
सुप्रसिद्ध डोगरी कवि-लेखक-समालोचक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
मोहन लाल सपोलिया
डोगरी के लोकप्रिय कवि, राजनीतिक कार्यकर्ता, 'शंखफुन' उर्दू साप्ताहिक के संपादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
मोहन सिंह सलाथिया
सुप्रसिद्ध डोगरी कवि-नाटककार। नाट्य-संग्रह के लिए साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
रामनाथ शास्त्री
'डोगरी के पितामह' के रूप में समादृत कवि, नाटककार, शिक्षाशास्त्री और संपादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
डोगरी और हिंदी के कवि। 'चंद्रभागा संवाद' पत्रिका का संपादन।