Font by Mehr Nastaliq Web

विशाल पर उद्धरण

समुद्र विशाल एवं अखंड है। जो ऊपर नहीं दिखता, वह भीतर है।

रघुवीर चौधरी

संबंधित विषय

हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

रजिस्टर कीजिए