चुनौती हिमालय की
जोज़ीला पास से आगे चलकर जवाहरलाल मातायन पहुँचे तो वहाँ के नवयुवक कुली ने बताया, “शाब, सामने उस बर्फ़ से ढके पहाड़ के पीछे अमरनाथ की गुफ़ा है।”
“लेकिन, शाब, रास्ता बहुत टेढ़ा है।” किशन ने कुली की बात काटी।” बहुत चढ़ाई है। और शाब, दूर भी है।”
“कितनी