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गद्य

हिंदी की गद्य-परंपरा से विभिन्न विधाओं की रचनाओं का संग्रह

क्रांतिकारी चेतना से युक्त हिंदी के अत्यंत महत्त्वपूर्ण कवि।

विशिष्टाद्वैत वेदांत से संबद्ध आचार्य, कवि, भक्त और दार्शनिक। संस्कृत चित्रकाव्य 'पादुका सहस्रम' के लिए उल्लेखनीय।

ऐतिहासिक उपन्यासों के लिए ख्यात उपन्यासकार, कहानीकार और नाटककार। पद्म भूषण से सम्मानित।

सुपरिचित कहानीकार-अनुवादक। चार कहानी-संग्रह प्रकाशित।

20वीं सदी की प्रमुख आधुनिकतावादी लेखिका और नारीवादी विचारक। लेखन में चेतना-प्रवाह शैली के लिए उल्लेखनीय।

समादृत संत और दार्शनिक। पुष्टिमार्ग के संस्थापक और शुद्धाद्वैत के प्रतिपादक।

फ़्रांसीसी प्रबोधन युग के समादृत लेखक, दार्शनिक, व्यंग्यकार और इतिहासकार।

भारत के इतिहास, संस्कृति, कला एवं साहित्य के अधिकारी विद्वान। साहित्य अकादमी से पुरस्कृत।

सुप्रसिद्ध फ्रेंच कवि-उपन्यासकार-नाटककार और राजनीतिज्ञ। 'लेस मिसरेबल्स' और 'नोट्रे डेमे दे पेरिस' जैसी कृतियों के लिए उल्लेखनीय।

मराठी नाटककार, निबंधकार और पटकथा लेखक। राजनैतिक-सामाजिक कार्यकर्ता। 'पद्मभूषण' और 'संगीत नाटक अकादमी' पुरस्कारों से सम्मानित। 'घासीराम कोतवाल' नाटक प्रसिद्धि का आधार।

समादृत कवि-आलोचक। ‘जायसी’ शीर्षक आलोचना-पुस्तक के लिए उल्लेखनीय।

हिंदी-राजस्थानी के समादृत कथाकार। साहित्य-अकादमी पुरस्कार से सम्मानित।

समादृत ललित-निबंधकार, साहित्य-मर्मज्ञ और संपादक। पद्म भूषण से सम्मानित।

प्रतिष्ठित यातनाग्रस्त कलाकार।

सुप्रसिद्ध कवि-कथाकार। साहित्य अकादेमी और ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

शुक्लयुगीन हिंदी गद्यकार और ब्रज भाषा के कवि। गांधीवाद के अनुसरण और दलित सेवा के लिए भी उल्लेखनीय।

अँग्रेज़ी विधिवेत्ता, न्यायधीश और राजनेता। 'कमेंट्रीज़ ऑन द लॉज़ ऑफ़ इंग्लैंड' कृति के लिए उल्लेखनीय।

संसारप्रसिद्ध अँग्रेज़ी नाटककार, कवि और कलाकार।

समादृत अँग्रेज़ी आलोचक, कला-समीक्षक, निबंधकार, चित्रकार, सामाजिक टिप्पणीकार और दार्शनिक।

हिंदी और भोजपुरी भाषा के प्रसिद्ध साहित्यकार।

गौड़ीय वैष्णव परंपरा के प्रमुख आचार्य, विद्वान, कवि और भक्त। 'श्री गुरुवष्टकम्' सहित 40 से अधिक संस्कृत ग्रंथों के रचनाकार।

प्रगतिशील धारा से संबद्ध प्रमुख आलोचक और कवि। संस्मरण विधा में भी योगदान।

प्रेमचंद परंपरा के प्रमुख कथाकार और व्यंग्यकार। समाज-केंद्रित साहित्य के लिए उल्लेखनीय।

गुप्तयुगीन संस्कृत कवि और नाटककार। 'मुद्राराक्षस' और 'देवीचंद्रगुप्तम्' जैसी कृतियों के लिए सुप्रसिद्ध।

समादृत कवि-आलोचक और अनुवादक। कविता का एक अलग मुहावरा गढ़ने और काव्य-विषय-वैविध्य के लिए उल्लेखनीय।

आठवें दशक के प्रमुख कवि-लेखक और संपादक। व्यंग्य में भी उल्लेखनीय योगदान।

हिन्दी के सशक्त गद्यकार। 'आवारा मसीहा' कृति प्रसिद्धि का आधार। गाँधीवादी मूल्यों से प्रभावित। 'साहित्य अकादमी पुरस्कार' से सम्मानित।

'पंचतंत्र' के लिए सुप्रसिद्ध संस्कृत नीति-गद्यकार। तक्षशिला विश्वविद्यालय से संबद्ध।

हिंदी साहित्यकार, शिक्षविद तथा राजनेता।

अँग्रेज़ी के प्रख्यात गल्पकार। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित।

सुप्रसिद्ध आधुनिकतावादी कवि। प्रतीकात्मक और दार्शनिक काव्य-दृष्टि के लिए उल्लेखनीय।