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गद्य

हिंदी की गद्य-परंपरा से विभिन्न विधाओं की रचनाओं का संग्रह

सुप्रसिद्ध इतालवी नाटककार, कथाकार और कवि। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित।

सुपरिचित उपन्यासकार, निबंधकार, आलोचक और संपादक। 'ख़ाली कुर्सी की आत्मा', 'सफ़ेद चेहरे', 'तीसरा प्रसंग' आदि दर्जनाधिक कृतियाँ प्रकाशित।

1930-50 के दौर में लोकप्रिय रहे सुपरिचित नाटककार और रंगकर्मी।

आरंभिक दौर के चार प्रमुख गद्यकारों में से एक। खड़ी बोली गद्य की आरंभिक कृतियों में से एक ‘प्रेमसागर’ के लिए उल्लेखनीय।

वास्तविक नाम कुंदनलाल। सखी संप्रदाय में दीक्षित होकर ललित किशोरी नाम रखा। कृष्ण-भक्ति से ओत-प्रोत सरस पदों के लिए स्मरणीय।

अमेरिका-जर्मनी में सक्रिय रहे भारतीय क्रांतिकारी, लेखक और चिंतक। 'ग़दर पार्टी' और 'बर्लिन समिति' के संयोजन में महत्त्वपूर्ण भूमिका।

वैश्विक साहित्य के सर्वाधिक प्रभावशाली और महान लेखकों में से एक। ‘वार एंड पीस’ और ‘आन्ना कारेनिना’ जैसी कालजयी कृतियों के लिए स्मरणीय।

सुप्रसिद्ध गायक, गीतकार, कवि और उपन्यासकार। गहरी-भावनात्मक आवाज़ और अनूठे गीतों के लिए उल्लेखनीय।

महान चित्रकार और वैज्ञानिक।

बांग्ला भाषा की विख्यात लेखिका। संगीत नाटक अकादमी से पुरस्कृत।

सुपरिचित कवि-गद्यकार और संपादक। भाषिक वैभव और आदिवासी-लोक-संवेदना के लिए उल्लेखनीय।

आयरिश मूल के अँग्रेज़ी उपन्यासकार, व्यंग्यकार और पादरी। 'द लाइफ एंड ऑपिनियन्स ऑफ ट्रिस्ट्रम शांडी, जेंटलमैन' और 'ए सेंटिमेंटल जर्नी थ्रू फ़्रांस एंड इटली' कृति के लिए उल्लेखनीय।