सुमन राजे का परिचय
जन्म : 23/08/1938 | लखनऊ, उत्तर प्रदेश
निधन : 26/12/2008 | लखनऊ, उत्तर प्रदेश
सुमन राजे का जन्म 23 अगस्त, 1938 को उत्तर प्रदेश में हुआ। उन्होंने हिंदी साहित्य में लखनऊ और कानपूर विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त की। वह प्राध्यापन से जुड़ी रहीं और प्राचार्य के रूप में सेवानिवृत्त हुईं।
उनका प्रथम परिचय ‘चौथा सप्तक’ की कवयित्री के रूप में है। इसके अतिरिक्त उनकी कविताएँ ‘सपना और लाशघर’, ‘उगे हुए हाथों के जंगल’, ‘यात्रादंश’, ‘एरका’, ‘इक्कीसवीं सदी का गीत’, ‘युद्ध 2007’ शीर्षक संग्रहों में प्रकाशित हैं।
हिंदी साहित्येतिहास के निर्माण में उनका योगदान अध्ययन का विषय रहा है। इस क्रम में ‘साहित्येतिहास: संरचना और स्वरूप’, ‘साहित्येतिहास: आदिकाल’, ‘हिंदी साहित्य का आधा इतिहास’ और ‘इतिहास में स्त्री’ उनकी प्रमुख कृति है। ‘काव्यरूप संरचना: उद्भव और विकास’, ‘रचना की कार्यशाला’ उनकी आलोचना-कृतियाँ हैं। ‘रेवातट’, ‘आदिकालीन काव्यधारा’, ‘अपभ्रंश पीठिका’, ‘बीसवीं सदी का हिंदी महिला लेखन’ संपादित पाठ के रूप में प्रकाशित हैं।
उन्हें तुलसी पुरस्कार, आचार्य रामचंद्र शुक्ल पुरास्कार आदि से सम्मानित किया गया।