सुधा उपाध्याय का परिचय
जन्म : 29/11/1972 | सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश
सुपरिचित कवयित्री सुधा उपाध्याय। दिल्ली विश्वविद्यालय के जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज में वरिष्ठ प्रोफेसर के तौर पर कार्यरत हैं। रचना में निहित संदर्भों को समेटते हुए उसकी व्यापकता में देखना इनकी सबसे बड़ी ख़ासियत है। इसलिए अविधा उनकी सबसे बड़ी ताक़त है। रचना में मुखरता और प्रतिबद्धता कि वजह से वो साहित्य और आलोचना जगत में बिलकुल अलग दिखती हैं। रचनाधर्मिता उनकी जीवन प्रक्रिया का अहम हिस्सा है। कविता और कहानी में जिस तरहवो समाज, इतिहास और राजनीति के सूक्ष्म बिंदुओं को पकड़ती हैं, आलोचना में कृति के समाजशास्त्र, सौंदर्य बोध और उसके तलीयस्वर को पकड़ने का साहस करती हैं। ईमानदारी उनकी रचनाओं में तो दिखती ही है जीवन में भी भरपूर नज़र आती है। पेशे से अध्यापक, दिल से शोधकर्ता और दिमाग़ से समीक्षक, कुल मिलाकर साहित्य को समग्रता में जीती हैं। एक शिक्षक होने के नाते समाज के हर उसशख्स के लिए वो आवाज़ उठाती हैं जो शिक्षा से वंचित रह जा रहा है। कविता, कहानी, लेख और आलोचना में इसकी झलक साफ़ नज़र भी आती है। बेबाक टिप्पणियों के लिए सुधा उपाध्याय जानी जाती हैं। शायद यही वजह है कि वो किसी अनर्गल विमर्श में नपड़कर एक स्वस्थ संवाद कायम करने में विश्वास रखती हैं।